जानें, कैसे मिलेगा जवाहर नवोदय विद्यालय में एडमिशन?
जवाहर नवोदय विद्यालय स्कूली शिक्षा को मज़बूती प्रदान करने वाली एक महत्वपूर्ण कड़ी है। इससे ग्रामीण प्रतिभाओं को आगे आने का अवसर मिल रहा है। आइए एक नज़र डालें।

बच्चों की शिक्षा को लेकर माता-पिता अक्सर चिंतित रहते हैं। यदि परिवार की आर्थिक और सामाजिक स्थिति अच्छी न हो, तो ये चिंता और भी गहरा जाती है। ऐसी स्थिति में जवाहर नवोदय विद्यालय न सिर्फ माता-पिता की चिंता दूर करता है, बल्कि बच्चों का उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करने में भी मदद करता है।
आपको बता दें कि देश भर में करीब 600 से भी अधिक जवाहर नवोदय विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। हर साल कक्षा 6वीं, 9वीं और 11वीं में बच्चों के दाखिले के लिए नवोदय विद्यालय समिति द्वारा टेस्ट आयोजित किए जाते हैं। खास बात ये है कि ग्रामीण परिवेश और बीपीएल परिवारों से ताल्लुक रखने वाले प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को प्राथमिकता दी जाती है।
आज Knitter के इस ब्लॉग में हम आपको जवाहर नवोदय विद्यालय से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान करेंगे। इन्हें पढ़कर आपको दाखिले से जुड़ी हर बात पता चलेगी। तो चलिए, जानकारियों का ये सफर शुरू करते हैं और जानते हैं कि जवाहर नवोदय विद्यालय में दाखिले को इतनी अहमियत क्यों दी जाती है।
ऐसा क्या है जो जवाहर नवोदय विद्यालय को खास बनाता है?
इसकी कई वजहें हैं
- पहला, आपके बच्चों को क्वालिटी एजुकेशन मिल जाती है।
- दूसरा, आपको उनकी पढ़ाई पर बिल्कुल भी खर्च नहीं करना पड़ता।
- तीसरा, ग्रामीण अंचलों में रहने वाले प्रतिभाशाली बच्चों को आगे आने का अवसर मिलता है।
- चौथा, SC/ST वर्ग के बच्चों को विशेष प्राथमिकता दी जाती है।
- पांचवां और सबसे बड़ा कारण, यहां पढ़ने वाले बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है।
बच्चों को क्या-क्या सुविधाएं मिलती हैं?
- अच्छी शिक्षा मिलती है
- भोजन और आवास की व्यवस्था होती है
- किताबें और यूनिफॉर्म दी जाती हैं
- दैनिक उपयोग में आने वाली कई महत्वपूर्ण चीज़ों का खर्च भी विद्यालय उठाता है।
- इसके अतिरिक्त बच्चों के ट्रैवल और इलाज का खर्च भी नवोदय विद्यालय समिति ही वहन करती है।
अगर इतनी सारी सुविधाएं आपके बच्चों को बिना पैसे खर्च किए मिल जाए, तो भला इससे अच्छा और क्या हो सकता है?
हालांकि कक्षा 9वीं और 11वीं के विद्यार्थियों से विद्यालय विकास निधि के तौर पर 600 रुपए प्रतिमाह की छोटी सी राशि अवश्य ली जाती है। वहीं, यदि विद्यार्थी के अभिभावक सरकारी नौकरी में होते हैं, तो उन्हें विद्यालय विकास निधि के तौर पर हर महीने 1500 रुपये देने होते हैं, लेकिन SC/ST वर्ग, बालिकाओं और बीपीएल परिवारों के बच्चों को ऐसी कोई राशि नहीं देनी होती है।
संभवतः इस वक्त आपके मन में ये सवाल ज़रूर आ रहा होगा कि क्या आपके बच्चे को भी नवोदय विद्यालय में एडमिशन मिल सकता है? तो इसका जवाब है हां, मगर एडमिशन की पात्रता से जुड़ी कुछ शर्तें भी हैं।
क्या है पात्रता की शर्तें?
इसे अलग-अलग कक्षाओं के आधार पर समझना बेहतर रहेगा, ताकि आप पात्रता के सभी नियमों से अच्छी तरह से अवगत हो जाएं। चलिए, सबसे पहले कक्षा 6वीं की पात्रता से शुरू करते हैं।
कक्षा 6वीं के लिए पात्रता:
- नवोदय विद्यालय स्थित ज़िले में पढ़ने वाले विद्यार्थी ही इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।
- विद्यार्थी किसी भी मान्यता प्राप्त स्कूल की कक्षा 5 में पढ़ रहा हो
- राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान द्वारा ‘बी’ प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम में 5वीं की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थी भी आवेदन के पात्र होंगे।
- इसके अतिरिक्त सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत पढ़ने वाले विद्यार्थियों को भी पात्रत्रा होगी।
- विद्यार्थी की उम्र 9 से 13 वर्ष के बीच होनी चाहिए। यह आयु सीमा सभी विद्यार्थियों के लिए समान है।
- किसी भी परिस्थिति में विद्यार्थियों को परीक्षा में दूसरी बार बैठने की अनुमति नहीं मिलेगी।
- इसके अतिरिक्त यदि कोई विद्यार्थी ग्रामीण कोटे में प्रवेश लेना चाहता है, तो उसका ग्रामीण क्षेत्र में लगातार कक्षा तीसरी, चौथी और पांचवीं में सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त स्कूल में पढ़ना अनिवार्य होगा।
कक्षा 9वीं के लिए पात्रता:
- केवल वही विद्यार्थी प्रवेश के योग्य होंगे जिन्होंने जवाहर नवोदय विद्यालय स्थित ज़िले के किसी सरकारी स्कूल या फिर सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त स्कूल से कक्षा 8वीं की पढ़ाई की हो।
- आयु सीमा की बात की जाए, तो विद्यार्थी की उम्र 13 से 16 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- परीक्षा का माध्यम अंग्रेज़ी व हिंदी होता है।
कक्षा 11वीं के लिए पात्रता:
- केवल वही विद्यार्थी प्रवेश के योग्य होंगे, जिन्होंने जवाहर नवोदय विद्यालय स्थित ज़िले के किसी मान्यता प्राप्त स्कूल से कक्षा 10वीं की पढ़ाई की हो। यहां स्कूल का केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड या फिर किसी अन्य शिक्षा बोर्ड से संबद्ध होना अनिवार्य होगा।
- वहीं, विद्यार्थी की उम्र 14 से 18 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- यहां कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा में अर्जित अंकों के आधार पर लिस्ट तैयार की जाती है। विद्यार्थी की योग्यता और सीटों की उपलब्धता को ध्यान में रखकर प्रवेश की प्रक्रिया पूरी की जाती है।
- विद्यार्थी की हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों में अच्छी पकड़ होनी चाहिए।
पात्रता से जुड़ी जानकारियां तो आपको मिल गई। अब सीटों के आरक्षण पर एक नज़र डाल लेते हैं। आपको बता दें कि जवाहर नवोदय विद्यालय में बच्चों को आरक्षण का लाभ भी मिलता है। आइए इसे समझने का प्रयास करते हैं।
ग्रामीण, SC/ST, बालिकाओं और दिव्यांगों को मिलता है आरक्षण
- करीब 75 प्रतिशत सीटें ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए आरक्षित रहती हैं। बाकी की सीटों के लिए शहरी क्षेत्र के विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं।
- वहीं, SC/ST वर्ग के लिए भी सीटें आरक्षित रहती हैं। इनका निर्धारण ज़िले की कुल आबादी के आधार पर किया जाता है। हालांकि इस बात का ध्यान रखा जाता है कि ये सीटें राष्ट्रीय औसत से कम ना हो।
- करीब एक-तिहाई सीटें बालिकाओं के लिए आरक्षित रहती हैं।
- वहीं दिव्यांगों को 3 प्रतिशत का आरक्षण दिया जाता है।
आवेदन के लिए क्या करना होगा?
आप इसके लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
- सबसे पहले आपको जवाहर नवोदय विद्यालय की आधिकारिक बेवसाइट www.navoday.gov.in पर जाना होगा।
- वहां आपको एडमिशन वाले टैब पर क्लिक करना होगा।
- आपको एडमिशन से जुड़ा एक लिंक मिलेगा।
- इसके बाद आपको अप्लाई ऑनलाइन विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- जैसे ही आप उस पर क्लिक करेंगे, आपके सामने एक फॉर्म खुल जाएगा।
- आपको उस फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारियां भरनी होंगी।
- पहले आपको व्यक्तिगत जानकारियां भरनी होंगी। फिर परीक्षा संबंधी जानकारी और कॉन्टैक्ट डीटेल्स भरने होंगे।
- जैसे ही आप नीचे की तरफ बढ़ेंगे, आपको अपने पिछले स्कूल से जुड़ी जानकारियां भी भरनी होंगी।
- इसके बाद विद्यार्थी की स्कैन की गई फोटो और हस्ताक्षर अपलोड करने होंगे।
- समान तरीके से अभिभावक के हस्ताक्षर और विद्यार्थी के सर्टिफिकेट भी अपलोड करने पड़ेंगे।
- इसके बाद आपको प्रीव्यू और सब्मिट बटन पर क्लिक करना होगा।
लीजिए हो गया आपका आवेदन पूरा।
कागज़ात जो आवेदन के लिए ज़रूरी होंगे
आवेदन के दौरान आपको कुछ स्कैन किए गए कागज़ातों की ज़रूरत पड़ेगी। जैसे –
- विद्यार्थी के हस्ताक्षर
- उसकी फोटो
- अभिभावक के हस्ताक्षर
- सर्टिफिकेट्स, जिसमें अभिभावक और विद्यार्थी दोनों के हस्ताक्षर हों
देखिए, बातों-बातों में ही हमने जवाहर नवोदय विद्यालय के बारे में कितना कुछ जान लिया?
Knitter में हम हमेशा यही प्रयास करते हैं कि आप तक हर जानकारी आसान भाषा में पहुंचाई जाए। इसके पीछे हमारा मकसद यही होता है कि आपको कोई भी इंफर्मेशन हासिल करने में किसी भी तरह की परेशानी न हो। हमें उम्मीद है कि इस ब्लॉग में भी आपको ऐसी ही कुछ अनुभूति हुई होगी।
यदि आप ऐसी ही जानकारियां हासिल करना चाहते हैं तो Knitter के साथ बने रहिए। आप इस (Link) पर जाकर अन्य विषयों पर लिखे हमारे दूसरे ब्लॉग्स भी पढ़ सकते हैं।