अब FASTag है ज़रूरी, जुर्माने से बचाएगी ये जानकारी
अगर आपकी गाड़ी में फास्टैग (FASTag) नहीं है तो अब आपको जुर्माना भरना पड़ेगा। टोल प्लाज़ा पर जुर्माने से बचने के लिए यहां जानें सारे नियम।

चार पहिया वाहनों में घर से फर्राटा भरते वक्त अब ये ज़रूर चेक कर लीजिएगा कि गाड़ी में फास्टैग (FASTag) है या नहीं? अगर अब आपने ध्यान नहीं रखा तो जुर्माना चुकाना पड़ सकता है। क्योंकि, पूरे देश में टोल टैक्स के लिए फास्टैग की व्यवस्था को लागू कर दिया गया है। इसलिए ज़रूरी है कि इससे संबंधित हर नियम आपको पता हो।
फास्टैग क्या है?
इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम में फास्टैग के ज़रिए वाहनों से टैक्स लिया जाता है। ये स्टीकर की तरह होता है, जिसमें एक चिप होती है। इसे गाड़ियों के आगे वाले शीशे पर चिपकाया जाता है।
ये रेडियो-फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) टेक्नोलॉजी से लैस है, जिसमें आपकी गाड़ी की सारी जानकारी मौजूद होती है। इससे टोल प्लाजा पर रुककर टोल टैक्स के पैसे कैश नहीं देने होते बल्कि आपके एकाउंट से कट जाते हैं।
ऐसे मिलेगा फास्टैग
किसी भी टोल प्लाज़ा से आप फास्टैग ले सकते हैं। इसके साथ ही कुछ बैंक फास्टैग उपलब्ध करवा रहे हैं। कुछ आसान शर्तों के साथ आपको फास्टैग मिल जाएगा। इसके लिए आपको एक तय कीमत चुकानी होगी।
फास्टैग के लिए ज़रूरी शर्तें
बैंक के ज़रिए इसे लेने के लिए KYC और गाड़ी का RC कार्ड ले जाना होगा। इसके साथ पासपोर्ट साइज फोटो, पैन कार्ड, एड्रेस और ID प्रूफ लगेगा। जिस बैंक में एकाउंट है, वहां से इसे लेने के लिए सिर्फ RC ले जाने की ज़रूरत होगी।
मिनिमम बैलेंस को समझें
फास्टैग में बैंक के हिसाब से मिनिमम बैलेंस है, यानी किसी बैंक में 15 तो किसी में 200 रुपये सीमा निर्धारित की गई है। FASTag खाते/वॉलेट में पर्याप्त राशि न रहने के बाद भी टोल प्लाजा से गुजरने की अनुमति नहीं मिलती थी।
यहां से करें रिचार्ज
अगर फास्टैग NHAI प्रीपेड है, तो इसे चेक के माध्यम से या यूपीआई/डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड/NEFT/नेट बैंकिंग से रीचार्ज कर सकते हैं। बैंक खाते को आपने लिंक करवा रखा है तो पैसे सीधे खाते से काट लिया जाता है।
मैसेज से मिलेगी जानकारी
गाड़ी टोल प्लाज़ा से निकलते ही आपके फास्टैग अकाउंट से टैक्स कट जाएगा, जिसका SMS आपके मोबाइल पर तुरंत आ जाता है। टैक्स की जानकारी उस मैसेज में होती है।
इसको ज़रूर जानें
- 1 दिसंबर 2017 से पहले की गाड़ियों में भी ज़रूरी है फास्टैग
- 1 दिसंबर 2017 से बाद की गाड़ियों में पहले से लगा आ रहा है
- 31 जनवरी 2021 तक ढाई करोड़ से ज़्यादा फास्टैग जारी हुए
देखा जाए तो फास्टैग आपके समय की बचत करेगा। फास्टैग टोल पर होने वाली झंझटों को खत्म कर कैशलेस सुविधा प्रदान करेगा। इसलिए ज़रूरी है कि गाड़ी को सड़क पर लाते वक्त इसका ध्यान रखें वरना जुर्माने के लिए तैयार रहें।
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✍️ लेखक- नितिन गुप्ता